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ओंकार निर्णय – Omkar nirnaya By ShivShankar Sharma Kavyatirth
ओंकार निर्णय नामक पुस्तक आध्यात्मिक स्वाध्याय के लिए अनूठी पुस्तक है । ‘ ओझर ‘ अथवा ‘ ओ ३ म् ‘ के अर्थ , महत्व और उपास्य स्वरूप को समझने के लिए इससे बढ़कर प्रमाण और तर्कयुक्त पुस्तक शायद ही कोई अन्य हो । विद्वान् लेखक ने इस पुस्तक में वेदों , ब्राह्मण ग्रन्थों , उपनिषदों , मनुस्मृति , गीता , व्याकरण आदि वैदिक साहित्य के प्रमाण देकर ‘ ओ ३ म ‘ के अर्थ और महत्व को तो प्रतिपादित किया ही है , साथ ही पुराणों और तन्त्र ग्रन्थों में वर्णित ओ ३ म् के महत्व को भी खोजकर उसको सप्रमाण प्रस्तुत कर दिया है ।
₹65.00 -
Anand Gayatri Katha
For a happy life, how much Gayatri Mantra is needed in our life, in which way we should chant and practice Gayatri so that our life becomes blissful, to know all these things, must study the Anand Gayatri Katha.
₹75.00Anand Gayatri Katha
₹75.00 -
Bodh Kathayen ( MAHATMA ANAND SWAMI SARASWATI )
बोध कथाएं पढ़ने तथा सुनने से आध्यात्मिक शान्ति मिलती है , सद्बुद्धि के लिए प्रेरणा मिलती है , सद्धर्म और सदाचार के लिए उत्साह मिलता है , और ये सब – कुछ ऐसे रोचक ढंग से मिलता है कि सुनने या पढ़नेवाले का मन कभी ऊबता नहीं । इस रोचकता का सबसे बड़ा कारण है उनकी अतुल स्मरण शक्ति और उनका जीवनभर का क्रियात्मक अनुभव । वे जो बात कहते हैं , केवल एक दर्शनशास्त्री के तौर पर नहीं कहते , अपने अनुभव के आधार पर कहते हैं ।
₹75.00 -
How To Live Life ( MAHATMA ANAND SWAMI )
Life is a problem — a problem you can solve! All you need are some simple, insightful ways of looking at yourself and your world, plus frank, straightforward tools for developing your philosophy, addressing your feelings and clarifying your goals. And they’re all here for you – in abundance – in John Vorhaus’s down-to-earth guide to lofty concerns, How to Live Life. Using the plain-spoken, exercise-driven approach of his many successful writing books, How to Live Life offers no magic solutions, just practical strategies for advancing your self-awareness, acquiring self-acceptance and closing the gap between the person you are and the person you want to be. If spiritual matters matter to you, if you want to make your life rise, and if you wish to gain a better grasp of the questions that confront us all, this little book will have a great big impact on you.
₹75.00 -
आधुनिक जीवन और स्वास्थ्य ( Adhunik Jivan aur Swasthya )
मानव सभ्यता के इतिहास में वर्तमान समय स्वास्थ्य के लिये सबसे चुनौतीपूर्ण है क्योंकि विश्वव्यापी प्रदूषण , पश्चिमी जीवन शैली का आकर्षण और उपभोक्ता संस्कृति के हमले के कारण आज न तो कहीं साफ – सुथरा वातावरण बचा है और न शुद्ध हवा , पानी तथा भोजन | आधुनिकता की होड़ में हमारे पारंपरिक मूल्यों एवं खान – पान की स्वस्थ परंपरा का तेजी से ह्रास हो रहा है । इन परिस्थितियों में आम आदमी का स्वास्थ्य तेजी से गिर रहा है । उसकी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा दवाओं और अस्पतालों पर खर्च हो रहा है । कार्यक्षमता लगातार घट रही है । ‘ आधुनिक जीवन और स्वास्थ्य ‘ पुस्तक में इन्हीं बातों पर विस्तार से विचार किया गया है और ऐसी जीवन शैली अपनाने की सलाह दी गयी है जिससे वह स्वस्थ और दीर्घजीवी हो सकें ।
How can we live a long and healthy life even with the present living conditions and all the tensions of life , this what the author wants to convey to the children .
₹75.00 -
इस्लाम के दो चेहरे – Islam ke Do chehre By: Dr. KV. Palival
हमें लगता है कि इस्लाम धर्म है । लेकिन इसकी प्रमाणिकता कैसे होगी यह भी जानना जरुरी है । क्यों एक विशेष मत-मजहब को मानने वाले अनुयायी ही आतंकवाद जैसी देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त है ।इस मत-मजहब-धर्म को विस्तार कैसे मिला ? बहुत से प्रश्न हमारे मन में होते है लेकिन उनका समाधान मिल पाना कठिन हो जाता है ।
उक्त पुस्तक में इस्लाम मत की उत्पत्ति कैसे हुई ?, इस्लाम मत-मजहब या धर्म ?, इस्लाम को कैसे समझे ? पैगम्बर मुहम्मद का जीवन परिचय, इस्लाम से समाधान आदि मुख्य विषयों को डॉक्टर कृष्ण वल्लभ पालीवाल जी ने सरलता से समझाने के लिए इस्लाम के दो चेहरे पुस्तक को प्रकाशित करवाया था । हमें आशा है कि उनके द्वारा लिखी गई यह पुस्तक इस्लाम के दो चेहरे आपका इस मत-मजहब-धर्म के प्रति विशेष अध्ययन कराएगी ।
₹75.00 -
ऋषि दयानन्द के सर्वश्रेष्ठ प्रवचन – Rishi Dayanand Ke Sarvasreshth Pravachan
अपने युग के अद्वितीय विद्वान् तथा धर्म संशोधक महर्षि दयानन्द सरस्वती ने स्वजीवन काल में सहस्रों व्याख्यान व प्रवचन दिये , किन्तु महाराष्ट्र की काशी पूर्ण नगरी में दिये गये उनके कतिपय व्याख्यानों के अतिरिक्त उनके अन्य भाषण व प्रवचन न तो लिपिबद्ध हो सके और न उनका विस्तृत विवरण उपलब्ध होता है । इस ग्रन्थ के अध्ययन से स्वामी दयानन्द की व्याख्यान शैली से पाठकों को रूबरू होने का अवसर मिलेगा , साथ ही उनके अपार वैदुष्य , परगामी शास्त्र ज्ञान , उन्कृष्ट तर्क कौशल , वाक्यातुर्य तथा प्रतिपादन कौशल से भी परिचित हो सकेंगे । अनेक ऐसे प्रश्न और प्रसंग जो अन्य ग्रन्थों में व्याख्यात नहीं किये जा सके उन्हे स्वामीजी ने इन व्याख्यानों में स्पष्ट किया है ।
Edited by Dr. Bhawanilal Bhartiyaji , this is collection of 15 pravachan of Swami dayanand delivered at PUNE . Which also called UPDESH MANJARI₹75.00